



समस्तीपुर। जिला मुख्यालय स्थित समाहरणालय के मुख्य द्वार पर ट्रेड यूनियन व अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर तथा बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के बैनर तले, 29 लेबर कोड को खत्म करने एवं 04 लेबर कोड को लागू करने, पीएफ व आरडीए अधिनियम को निरस्त करने, एनपीएस व यूपीएस को रद्द करने, इपीएस 95 के तहत आने वाले कर्मचारियों को परिभाषित लाभ पेंशन स्कीम में शामिल करने, सभी संविदा/आउटसोर्स / दैनिक वेतनभोगी

नियुक्तियों पर रोक लगाने तथा सभी संविदा कर्मचारियों को नियमित करने, सभी विभागों एवं सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में सभी रिक्त पदों को तत्काल प्रभाव से भरे जाने, सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण/निगमीकरण एवं सरकारी विभागों को संकुचित करने की कार्रवाई पर रोक लगाने, आठवें वेतन आयोग का गठन कर आन्ध्रप्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक व केरल जैसे पाँच साल में एक बार आवधिक वेतन आयोग सुनिश्चित करने, राष्ट्रीय शिक्षा
नीति को रद्द करने, लंबित महंगाई भत्ता के किस्तों और जप्त किये गये सभी महंगाई भत्तों का बकाया जारी करने, पेंशनभोगियों एवं कर्मचारियों (संविदा कर्मचारियों सहित) के लिए, सभी अस्पतालों में कैशलेस उपचार सुनिश्चित करने के लिए सरकारी समर्थन के साथ व्यापक स्वास्थ्य बीमा योजना को लागू करने, संविधान के अनुच्छेद-310, 311 (2) ए बी और सी को निरस्त करने, नए तीन अपराधिक कानूनों को निरस्त करने, संविधान में निहित्त धर्मनिरपेक्षता को बनाये रखते हुए सभी प्रकार की

साम्प्रदायिकता के खिलाफ लड़ने, व महंगाई पर रोक लगाकर सार्वजनिक वितरण प्रणाली को मजबूत करने आदि के मांग को लेकर सैकड़ों की संख्या में विभिन्न युनियन के नेता व कर्मचारियों ने जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान उनलोगों ने यातायात भी बाधित कर दिया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि, उपरोक्त माँगों के समर्थन में, कर्मचारियों के विभिन्न यूनियनों, एसोसिएशनों एवं
फेडरेशनों के द्वारा, लगातार आंदोलन किए जा रहे हैं, परंतु मोदी सरकार कर्मचारियों के उक्त माँगों को गंभीरता से नहीं ले रही है। जिसके कारण केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों एवं कर्मचारियों की फेडरेशनों के आह्वान पर, अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ से जुड़े सभी कर्मचारी बुधवार 09 जुलाई 2025 को, एक दिवसीय राष्ट्रीय आम हड़ताल पर है। अगर सरकार उनकी 11 सुत्री मांगों पर पहल नही करती है तो, आने वाले दिनों में इस आंदोलन को और भी उग्र किया जाएगा।