समस्तीपुर। एक मां जो अपनी औलाद को 09 महीने अपने गर्भ में रखती है। जन्म लेने के बाद उसकी परवरिश करती है, और वही बच्चे जब बड़े हो जाते हैं तो, सबसे पहले उन बच्चों की वही मां बोझ बन जाती है। ताजा मामला भी कुछ ऐसा ही निकलकर सामने आया है।

जहां एक मां ने अपने पति की मौत होने के बाद अनुकंपा के आधार पर अपने बेटे को नौकरी दे दी, और वही बेटा नौकरी मिलने के कुछ दिन बाद से ही अपनी मां का देखभाल करना बंद कर दिया। जिसके बाद उस मां ने भी रेल विभाग के पदाधिकारियों को पत्राचार करते अपने उस बेटे के नौकरी से निलंबन की मांग कर दी।
हम बात कर रहे हैं मगरदही वार्ड 35 निवासी, मृतक रेलकर्मी सुरज पासवान की पत्नी मीरा देवी की। जिन्होंने मुख्य कारखाना प्रबंधक समस्तीपुर को आवेदन देते हुए बताया है कि, उन्होंने अपने पति के मौत के बाद, अपने पुत्र गौतम कुमार पासवान को अनुकम्पा के आधार पर अपने पति की नौकरी दी थी। वह वर्तमान समय में कारखाना विभाग समस्तीपुर में वेलडर के पद पर कार्यरत है।
नौकरी मिलने के बाद से उनका बेटा गौतम उनकी देखभाल नहीं करता है। यही नहीं! उनका बेटा अक्सर उनके साथ मारपीट भी करता रहता है, और धमकी देता है कि वह उसे घर से निकाल देगा। चुंकि वह एक वृद्ध विधवा महिला हैं, जिसके कारण उन्हें गुजर-बसर करने में काफी परेशानी होती है।
उनका उनके घर के अलावा कोई अन्यत्र ठिकाना नहीं है। उनके पति की नौकरी ही उनका एकमात्र ठिकाना था। वह भी उन्होंने अपने पुत्र गौतम कुमार को दिया। इसके कारण उनके आगे भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गयी है। इसलिए उन्होंने अपने पुत्र के निलंबन की मांग रेल विभाग के वरीय पदाधिकारी से किया है।







