



अरविन्द कुमार/समस्तीपुर: जिले में सोमवार 25 मार्च व मंगलवार 26 मार्च को, रंगों का त्योहार होली बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। फाल्गुन माह की पूर्णिमा को मनाए जाने वाले इस त्योहार पर शहर, नुक्कड़ और गलियों में ‘बुरा न मानो होली है’ की गूंज सुनाई देती रही। सभी लोग टोलियां बनाकर सड़कों पर रंग लेकर एक दूसरे को रंगते नजर आए। इसके साथ ही ढ़ोल की धुनों और तेज संगीत पर नाचते लोग भी, अपने तरीके से होली का जश्न मनाते नजर आए।

होली के दौरान क्या बच्चे और जवान सभी एक ही रंग में नजर आ रहे थे। भाईचारे के प्रतीक होली पर गिले-शिकवे भूलाकर, सभी लोगों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर अपनी खुशी का इजहार किया। कहीं लोग मीठे पकवानों का आनंद उठा रहे थे, तो कहीं पर पानी की बौछारें सर्दी जाने और गर्मी के आने का संकेत दे रही थीं। वहीं होली की पूर्व संध्या पर रविवार 24 मार्च को, समस्तीपुर की मुख्य शहर के अलावे उजियारपुर, सरायरंजन, ताजपुर, विभूतिपुर, दलसिंहसराय, कल्याणपुर, आदि प्रखंडों में भी लोग होलिका दहन के समय लकड़ियों से बनाई गई होलिका के आस पास इकट्ठा हुए। देर शाम होलिका की आग में गेहूं व चने की बालें भूनकर खाया। इस दौरान ग्रामीण इलाकों के युवकों ने, अपने-अपने गांव की सीमा के बाहर मशाल जलाकर रास्ता रोशन किया। इस तरह रास्ता रोशन करने के बारे में ऐसी मान्यता है कि, ऐसा करने से वह अपने गांव से दुर्भाग्य और संकटों को दूर भगाते हैं। रास्ते को रौशन करने के बाद गांव के बाहरी चौराहे पर होलिका दहन किया गया। उधर होलिका के जलते ही ग्रामीण इलाकों में लोक गीतों, व पारंपरिक गीतों के साथ गांव के बुजुर्गों ने ताल ठोकनी शुरू कर दी। एक से बढकर एक लोकधुनों पर आधारित होली के गीत गाए गए। उसके बाद होलिका की राख से एक-दूसरे को तिलक भी लगाया और बधाई भी दी। इस दौरान उजियारपुर राजद कार्यकर्ता भी पीछे नही रहे, और उन्होंने भी एक दुसरे को अबीर व गुलाल लगाकर एक दुसरे को बधाई दिया। मौके पर राजद के राजीव कुमार गुप्ता, उमाकांत सहनी, नारायण पासवान, नरेश साह, कांग्रेस के अनिल कुशवाहा, रामलाल दास, नंदलाल दास व नरेश साह समेत दर्जनों की संख्या में उजियारपुर महागठबंधन के नेता मौजूद थे।