



समस्तीपुर। जिले के दलसिंहसराय थाने की पुलिस ने एक अपहरण मामले का सफल खुलासा करने का दावा करते हुए, अपहृत व्यक्ति को बरामद करने व एक अपहर्ता को गिरफ्तार करने का भी दावा किया है। हालांकि स्थानीय पुलिस के द्वारा बतायी गयी पुरी घटनाक्रम कुछ हद तक हजम नही हो रहा है।

हालांकि उक्त घटनाक्रम के संबंध में प्रेस वार्ता के माध्यम से जानकारी देते हुए दलसिंहसराय एसडीपीओ विवेक कुमार शर्मा ने बताया की, बेगुसराय जिला के खोदावनपुर थाना अंतर्गत तारा बरियारपुर वार्ड 04 निवासी, राजीव कुमार की पत्नी बबीता देवी ने, दलसिंहसराय थाना को यह सुचना दिया कि, वह और उसके पति दोनों अपने बेटे के साथ, अवधेश कुमार नामक व्यक्ति के द्वारा एक किलो सोना बेचने की सुचना पर अवधेश कुमार से सोना खरीदने वह दलसिंहसराय पहुंचे थे।
जहां दलसिंहसराय स्टेशन के पास अवधेश कुमार से मुलाकात हुई, और वह उनके पति राजीव कुमार को लेकर सोना देने का बोलकर साथ लेते चला गया। काफी देर तक जब उस महिला का पति राजीव कुमार वापस नही लौटा तो, महिला ने अपने पति के मोबाइल पर कॉल किया।
जिसके बाद महिला के पति ने कॉल रिसीव करके बताया कि, उसका अपहरण कर लिया गया है, तथा उसे छोड़ने के बदले 20 लाख रूपए की फिरौती मांगी जा रही है। जिसकी जानकारी महिला ने दलसिंहसराय थाना को दिया। जिसके बाद दलसिंहसराय पुलिस ने उक्त महिला के सहयोग से घटना में शामिल एक बदमाश युवक को फिरौती की रकम लेने दलसिंहसराय स्टेशन आने पर गिरफ्तार कर लिया।
इस दौरान कुछ अन्य बदमाश भागने में सफल रहे। गिरफ्तार बदमाश के पास दो बाईक व दो मोबाईल फोन बरामद किया गया है। इस दौरान अपहृत व्यक्ति राजीव कुमार को भी सही सलामत बदमाशों के चुंगल से मुक्त करा लिया गया। गिरफ्तार बदमाश युवक की पहचान बेगुसराय जिला के मंसुरचक थाना अंतर्गत अहियापुर वार्ड 01 निवासी, संतोष कुमार चौधरी के 29 वर्षिय पुत्र केशव कुमार के रूप में की गयी है।
हालांकि इस घटना के संबंध में सुत्रों का बताना है कि अपहर्ता व अपहृत व्यक्ति के बीच, सोना खरीद बिक्री को लेकर कोई पुराना विवाद है, और जिस व्यक्ति की पत्नी अपने पति के अपहरण की बात बता रही है, वह अपहरण नही बल्कि बांकी का पैसा नही देने पर अपहृत व्यक्ति से अपना बकाया राशि वसूलने का दबाब था।
हालांकि यह अपहरण था या कुछ और यह तो पुलिस के ईमानदारी पूर्वक किए जाने वाले जांच रिपोर्ट पर निर्भर करती है। वैसे भी समस्तीपुर जिले के लिए शायद यह पहला ऐसा मामला होगा, जिसमें अपहरणकर्ता फिरौती की राशि लेने अपहृत व्यक्ति को साथ लेकर आया था, और आया भी ऐसी जगह था जहां से 500 मोटर की दुरी पर दलसिंहसराय थाना है, और 50 मीटर की दुरी पर रेल पुलिस का थाना। फिरौती लेने भी अपराधी ऐसी जगह आए जो दलसिंहसराय का सबसे व्यस्ततम ईलाका है।
वर्तमान समय में सोने की कीमत करीब 91 हजार प्रति 10 ग्राम है, तो सोना खरीदने वाला व्यक्ति राजीव कुमार का जिस समय अपहरण हुआ, उस समय भी तो वह खाली हाथ नही रहा होगा, क्योंकि करीब 90 लाख का सोना एक बार में खरीदना वो भी किसी अंजान व्यक्ति से, संशय उत्पन्न करता है।
अब सवाल यह भी सामने आता है कि, क्या राजीव कुमार चोरी का सोना समझकर बेगुसराय से किसी अंजान व्यक्ति के एक कॉल पर दलसिंहसराय आ गया था ? या वह इससे पहले भी कॉल करने वाले व्यक्ति से सोना की खरीद ब्रिकी कर चुका है ? इस तरह राह चलते किसी अंजान व्यक्ति से चावल-दाल की तरह करोड़ों रूप्ये का सोना खरीदना कहां तक सही है ? ऐसे ढेरों सवाल है जो अभी समय के गर्भ में है। जिसका जबाब मिलना काफी मुश्किल लग रहा है।
वैसे उक्त बदमाश की गिरफ्तार के लिए बनी टीम में थानाध्यक्ष दलसिंहसराय ईरशाद आलम, पुलिस अवर निरीक्षक राजीव लाल पंडित, रंजीत कुमार सिंह, राजेश कुमार, सहायक पुलिस अवर निरीक्षक राहुल कश्यप समेत अन्य पुलिस बल शामिल थे।