



समस्तीपुर। जिला मुख्यालय स्थित समाहरणालय के मुख्य द्वार पर, जिला के हड़ताली राजस्व कर्मचारियों ने, बिहार राज्य भूमि सुधार कर्मचारी संघ के संयुक्त संघर्ष मोर्चा जिला शाखा के बैनर तले सोमवार 26 मई को, विशाल धरना-प्रदर्शन किया। राजस्व कर्मचारियों का यह धरना-प्रदर्शन महासंघ स्थल से निकलकर, शहर के विभिन्न भागों से होकर समाहरणालय के मुख्य द्वार पहुंचा। जहां हड़ताली राजस्व कर्मचारियों ने घंटों जमकर नारेबाजी भी किया।

प्रदर्शनकारी अपने गृह जिला में पदस्थापित करने, ग्रेड पे 2800 देने, यात्रा भाता देने, सभी कर्मचारियों का सेवा संपुष्ट करने, योग्यता आधारित प्रोन्नति देने, क्षेत्र में कर्मचारियों को सुरक्षा मुहैया कराने सहित अन्य मांगों से संबंधित नारे लगा रहे थे। मौके पर मौजूद वक्ताओं ने बताया कि, राजस्व कर्मचारी का संवर्ग जिलास्तर का है। परन्तु सरकार ने कर्मचारियों का पदस्थापन गृहजिला के बदले, उनके गृहजिला से 200 से 400 किलोमीटर की दुरी पर कर दिया गया है।
जिसके कारण उन कर्मचारियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हड़ताली कर्मचारी अपने परिवार से काफी दूर हो गए हैं। जिसके कारण इन कर्मचारियों को 2 दिनों के अवकाश मिलने के बाद भी घर जाने का अवसर नहीं मिलता है। इस दौरान वक्ताओं ने यह भी बताया कि, राजस्व कर्मचारी की नियुक्ति इंटरमिडिएट के योग्यता को आधार बनाते हुए की गयी थी,पर परंतु इन्हें मात्र 1900 का ग्रेड पे दिया जा रहा है।
जबकि कार्य योग्यता के आधार पर इनका ग्रेड पे 2800 रुपया होना चाहिए था। इन्हीं प्रमुख सवालों को लेकर बिहार के सभी कर्मचारी विगत 7 मई से हड़ताल पर हैं। इस दौरान वक्ताओं ने मिडिया के माध्यम से सरकार से अपील किया की, सरकार हड़ताली कर्मचारियों के मांगों को लेकर, तत्काल वार्ता के माध्यम से इन समस्याओं का समाधान करें।
इस दौरान मौके पर, पूर्व राज्य अध्यक्ष लक्ष्मीकांत झा, सहायक जिला मंत्री दिलीप कुमार सिंह, मुन्ना शेखर, रामजयपाल सिंह यादव, सुनील कुमार रंजन, मयंक कुमार, श्याम किशोर, अरविंद कुमार, वरुण कुमार, कृष्णा कुमार, अभिषेक कुमार, चंदन कुमार यादव, मदन दास, नितेश कुमार सहित दर्जनों की संख्या में हड़ताली राजस्व कर्मचारी मौजूद रहे।